जंगल में मिला दो तेंदुए का शब,पहले दिन नाखून गायब ,दूसरे दिन शब ही गायब

जंगल में मिला दो तेंदुए का शब,पहले दिन नाखून गायब ,दूसरे दिन शब ही गायब

May 11, 2025 0 By Ajeet Yadav
छुरा (गरियाबंद): ग्राम पंडरीपानी भारुवामुड़ा के जंगल में दो तेंदुओं की संदिग्ध मौत के मामले ने क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। जंगल में पहले दिन दोनों तेंदुओं के शव पाए गए थे, तो उसे समय उसका नाखून गायब था ।लेकिन अगले दिन शव ही गायब हो गए। घटना स्थल पर केवल दांत, खाल जैसे थोड़ी बहुत अवशेष ही मिले हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, तेंदुओं के शवों को पहले दिन ग्रामीणों ने देखा था। इसके बाद वन विभाग को इसकी सूचना दी गई। जब वन विभाग की टीम दूसरे दिन मौके पर पहुंची तो शव गायब थे और केवल कुछ अवशेष ही शेष बचे थे। यह घटना इलाके में बड़े पैमाने पर अवैध शिकार के संदेह को जन्म दे रही है।

गांव के लोगों का मानना है कि किसी शिकारी ने इन तेंदुओं का शिकार किया होगा। एक दिन पहले तक दोनों शव जंगल में पड़े थे, लेकिन दूसरे दिन उनका गायब हो जाना किसी बड़ी साजिश की ओर संकेत कर रहा है। वन विभाग ने शवों के अवशेष को कब्जे में लेकर सूक्ष्मता से जांच शुरू कर दी है।

इस घटना के बाद से वन्यजीव संरक्षण और वन विभाग के कामकाज पर सवाल उठने लगे हैं। आखिरकार, जब वन्यजीव संरक्षण को लेकर सरकार इतनी सतर्क है, तो फिर दो तेंदुओं के पहले शिकार और बाद में शवों के गायब होने की घटना पर तुरंत कार्रवाई क्यों नहीं की गई? घटना के एक दिन बाद तक वन विभाग को सूचना क्यों नहीं मिली? यह सवाल स्थानीय प्रशासन और वन विभाग के लिए चिंता का विषय बन गया है। लकड़ी चोरों और शिकारी को पकड़ने के लिए जब सरकार लाखों करोड़ों रुपए का ट्रैप कैमरा और सैटेलाइट का उपयोग करते हैं और छोटे-छोटे लकड़ी चोर को भी पकड़ लेते है तो दो तेंदुए के शिकार करने वाली उस बड़े शिकारी को क्यों उसे ट्रैप कैमरा और सेटेलाइट के माध्यम से पकड़ नहीं पाए और उसके खबर ग्रामीणों के द्वारा ही एक दिन के बाद कैसे मिली यह कई सारे साजिशों को जन्म देता है । बात जब मीडिया पर आने लगी और सोशल मीडिया में घूमने लगी उसके बाद प्रशासन तत्पर होकर शिकारी को ढूंढने का प्रयास करना और दो दिन के बाद शब गायब हो जाना,किसी बड़े मछली को बचाने की शक भी जाहिर कर रहा है ।

गौरतलब है कि क्षेत्र में पहले भी इस प्रकार की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। ऐसे में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि वन विभाग इस मामले में कितनी जल्दी और प्रभावी कार्रवाई करता है। फिलहाल, वन विभाग के अधिकारी जांच में जुटे हुए हैं और अवैध शिकारियों की धरपकड़ के लिए क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।