
सफलता की कहानी जशपुर में उद्यम वित्तपोषण पर एफएल-सीआरपी का प्रशिक्षण शिविर संपन्न चार विकासखंडों से 40 प्रतिभागियों ने लिया भाग ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
June 1, 2025
चंद्रभान यादव
जशपुर। जिला स्तरीय एफएल-सीआरपी प्रशिक्षण शिविर का द्वितीय बैच 27 से 30 मई, 2025 तक सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। यह प्रशिक्षण शिविर उद्यम वित्तपोषण के अंतर्गत आयोजित किया गया था, जिसमें राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान से जुड़े चार विकासखंडों दुलदुला, कुनकुरी, कांसाबेल और फरसाबहार के कुल 40 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
इस चार दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण शिविर में एफएल-सीआरपी, सीआरपी-ईपी तथा विकासखंड स्तरीय मेंटर्स (एसी, पीआरपी) ने सक्रिय रूप से भागीदारी की। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को उद्यम वित्तपोषण की बारीकियों से अवगत कराया गया, जिससे वे जमीनी स्तर पर स्वायत्त आजीविका के प्रयासों को मजबूती से आगे बढ़ा सकें।
प्रशिक्षण में मुख्य रूप से निम्नलिखित विषयों को शामिल किया गया।
उद्यम वित्तपोषण की मूल अवधारणाएं एफएल-सीआरपी की भूमिका एवं जिम्मेदारियां
कार्यशील पूंजी वित्तीय अभिलेखों का अद्यतन बैलेंस शीट, कैश फ्लो स्टेटमेंट और लाभ-हानि विवरण
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम ना केवल तकनीकी ज्ञान का आदान-प्रदान था,बल्कि यह ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है।
जशपुर। जिला स्तरीय एफएल-सीआरपी प्रशिक्षण शिविर का द्वितीय बैच 27 से 30 मई, 2025 तक सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। यह प्रशिक्षण शिविर उद्यम वित्तपोषण के अंतर्गत आयोजित किया गया था, जिसमें राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान से जुड़े चार विकासखंडों दुलदुला, कुनकुरी, कांसाबेल और फरसाबहार के कुल 40 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
इस चार दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण शिविर में एफएल-सीआरपी, सीआरपी-ईपी तथा विकासखंड स्तरीय मेंटर्स (एसी, पीआरपी) ने सक्रिय रूप से भागीदारी की। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को उद्यम वित्तपोषण की बारीकियों से अवगत कराया गया, जिससे वे जमीनी स्तर पर स्वायत्त आजीविका के प्रयासों को मजबूती से आगे बढ़ा सकें।
प्रशिक्षण में मुख्य रूप से निम्नलिखित विषयों को शामिल किया गया।
उद्यम वित्तपोषण की मूल अवधारणाएं एफएल-सीआरपी की भूमिका एवं जिम्मेदारियां
कार्यशील पूंजी वित्तीय अभिलेखों का अद्यतन बैलेंस शीट, कैश फ्लो स्टेटमेंट और लाभ-हानि विवरण
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम ना केवल तकनीकी ज्ञान का आदान-प्रदान था,बल्कि यह ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है।