पहाड़ी कोरवा की जमीन पर हुआ फर्जी रजिस्ट्री मामले में एक और गिरफ्तारी, अब 6 में से 3 आरोपी गिरफ्तार

पहाड़ी कोरवा की जमीन पर हुआ फर्जी रजिस्ट्री मामले में एक और गिरफ्तारी, अब 6 में से 3 आरोपी गिरफ्तार

May 12, 2025 0 By Ajeet Yadav


सरगुजा । आदिवासी समुदाय पहाड़ी कोरवा के जमीन को फर्जी तरीके से हड़पने और रजिस्ट्री कराने के मामला सामने आया था। यह मामला तब सुर्खियों में आया जब पीड़ित पहाड़ी कोरवा युवक ने कार्रवाई न होने पर आत्महत्या कर ली। अब पुलिस ने मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक महिला भी शामिल है।

इससे पहले भी पुलिस इस मामले में तीन अन्य आरोपियों को हिरासत में ले चुकी है, लेकिन कई आरोपी अब भी फरार हैं। जांच के दायरे में तत्कालीन तहसीलदार राजपुर को भी लिया गया है, जिन्हें अब मामले का आरोपी बनाया गया है।

क्या है मामला?
पिछले साल, कुछ स्थानीय प्रभावशाली लोगों ने उप-पंजीयक की मिलीभगत से पहाड़ी कोरवा समुदाय की जमीन को धोखे से अपने नाम रजिस्ट्री करवा ली थी। आरोपियों ने न केवल नियमों को ताक पर रखा, बल्कि संविधान के विशेष प्रावधानों के तहत संरक्षित आदिवासी समुदाय के अधिकारों का भी खुला उल्लंघन किया।

पीड़ित युवक ने कई बार प्रशासन से शिकायत की कि उसकी पत्नी के नाम की जमीन फर्जी दस्तावेजों के आधार पर किसी और के नाम कर दी गई है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। प्रशासन की चुप्पी और निष्क्रियता से हताश होकर गत माह युवक ने आत्महत्या कर ली, जिससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई, लेकिन अब भी अधूरी न्याय प्रक्रिया
आत्महत्या की घटना के बाद बारियों पुलिस हरकत में आई और 6 में से 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, पुलिस अब फरार चल रहे अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है। बताया जा रहा है कि मामले में संलिप्त महिला आरोपी भी एक प्रमुख भूमिका में थी।

पुलिस का कहना है कि वह हर पहलू की बारीकी से जांच कर रही है, और जल्द ही सभी फरार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

सवालों के घेरे में प्रशासन और राजस्व विभाग
इस मामले ने एक बार फिर राजस्व विभाग और तहसील प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। आदिवासी समुदाय की जमीनों की रक्षा के लिए बनाए गए कानूनों की खुलेआम अनदेखी ने यह साबित कर दिया है कि स्थानीय स्तर पर मिलीभगत और भ्रष्टाचार आज भी आदिवासियों के अधिकारों को निगल रहा है।