किसी को ‘बाप’ की उपमा देना….” बस्तर में नक्सल आपरेशंस के बीच भाजपा-कांग्रेस में सोशल मीडिया संग्राम, कांग्रेस ने लिखा, नक्सली की आड़ में..

किसी को ‘बाप’ की उपमा देना….” बस्तर में नक्सल आपरेशंस के बीच भाजपा-कांग्रेस में सोशल मीडिया संग्राम, कांग्रेस ने लिखा, नक्सली की आड़ में..

May 5, 2025 0 By Ajeet Yadav

रायपुर । छत्तीसगढ़ की सियासत में एक बार फिर गर्मी आ गई है। इस बार वजह बना है कांग्रेस द्वारा जारी किया गया एक विवादास्पद कार्टून पोस्टर, जिसमें बस्तर में चल रहे नक्सल ऑपरेशन पर साय सरकार पर तीखा तंज कसा गया है। कांग्रेस ने इस पोस्टर के जरिए आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार नक्सलवाद की आड़ में बस्तर के आदिवासियों की जमीन को कॉरपोरेट्स के हवाले करने में जुटी है।

पोस्टर में लिखा गया है:
“नक्सली की आड़ में बस्तर साफ,
आदिवासियों का अबूझमाड़ साफ,
अडानी-अर्सेलर का कर्ज माफ,
जल-जंगल-जमीन का रास्ता साफ।”
इस ग्राफिक में अडानी को दूरबीन लिए दिखाया गया है, और राज्य के दोनों उपमुख्यमंत्री उनके सामने हाथ जोड़कर खड़े नजर आ रहे हैं।

कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर इस पोस्टर को पोस्ट करते हुए लिखा कि, “छत्तीसगढ़ महतारी की आड़ में आप (भाजपा) अडानी-अर्सेलर का कर्ज उतारने में लगे हैं। आखिर भाजपा का असली मकसद क्या है?”
इस पर भाजपा ने कड़ा ऐतराज जताते हुए पलटवार किया है। भाजपा ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, “कांग्रेस द्वारा छत्तीसगढ़ महतारी के आगे किसी को ‘बाप’ की उपमा देना घोर आपत्तिजनक है। स्वयं भगवान राम भी छत्तीसगढ़ महतारी के संतत हैं। कांग्रेस की यह सोच न केवल अशोभनीय है, बल्कि छत्तीसगढ़ की अस्मिता पर भी आघात है।”

भाजपा ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस को नक्सलियों के खात्मे की पीड़ा हो रही है, क्योंकि कांग्रेस नक्सलियों के माध्यम से वर्षों तक “उगाही की राजनीति” करती रही है। साथ ही भाजपा ने याद दिलाया कि छत्तीसगढ़ में अडानी समूह को सबसे पहले बड़े प्रोजेक्ट्स पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में ही मिले थे।

इस विवाद ने राज्य की राजनीति में नया मोड़ ला दिया है, जहां आदिवासी हित, कॉरपोरेट हित और नक्सल उन्मूलन को लेकर दोनों दल एक-दूसरे पर हमलावर हो गए हैं। आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर सियासत और भी तेज होने की संभावना है, खासकर तब, जब बस्तर जैसे संवेदनशील क्षेत्र में सरकार के निर्णयों की निगरानी आम जनता और विपक्ष दोनों कर रहे हैं।