मंत्री पद के दावेदार नेता इंतजार में दुबले हो रहे” मंत्रीमंडल विस्तार को लेकर छत्तीसगढ़ की राजनीति गरमायी, अमरजीत बोले,

मंत्री पद के दावेदार नेता इंतजार में दुबले हो रहे” मंत्रीमंडल विस्तार को लेकर छत्तीसगढ़ की राजनीति गरमायी, अमरजीत बोले,

May 5, 2025 0 By Ajeet Yadav

रायपुर । छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार बने महीनों बीत चुके हैं, लेकिन अब तक मंत्रिमंडल का पूर्ण विस्तार नहीं हो पाया है। इस मुद्दे पर जहां आम जनता और प्रशासनिक तंत्र में असमंजस की स्थिति बनी हुई है, वहीं विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर सरकार पर तीखा हमला बोला है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा, “इंतेज़ार में दुबले होते जा रहे भाजपा के नेता।” उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि जिन वरिष्ठ नेताओं को मंत्री बनाया जाना है, वे अब तक केवल आश्वासन और उम्मीदों के भरोसे बैठे हैं, लेकिन निर्णय होता नहीं दिख रहा है। प्रदेश में मंत्री पद के दावेदार नेता दुबले हो रहे हैं।

भगत ने यह भी आरोप लगाया कि मंत्रीमंडल विस्तार में देरी के पीछे केवल प्रशासनिक या राजनीतिक रणनीति नहीं, बल्कि भाजपा और आरएसएस के बीच आपसी तालमेल का अभाव जिम्मेदार है। उन्होंने दावा किया, “आरएसएस और भाजपा के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। नागपुर लॉबी और गुजरात लॉबी के बीच तलवारें खिंच चुकी हैं। जब तक इसका समाधान नहीं होता, तब तक कोई बदलाव नहीं होने वाला।”

सूत्रों के अनुसार, भाजपा के राष्ट्रीय संगठन में भी बड़े स्तर पर बदलाव की तैयारी चल रही है। पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद ही छत्तीसगढ़ में मंत्रीमंडल विस्तार को अंतिम रूप दिया जाएगा। फिलहाल, भाजपा हाईकमान इस बात पर विचार कर रहा है कि संगठनात्मक संतुलन कैसे बनाया जाए।

राज्य में सीमित मंत्रिमंडल के चलते कई विभागों में निर्णय प्रक्रिया प्रभावित हो रही है। खासकर शिक्षा जैसे अहम विभाग फिलहाल स्थायी मंत्री की प्रतीक्षा में हैं, जिससे नीतिगत फैसलों में देरी हो रही है।विपक्ष ने जहां इसे भाजपा की आंतरिक विफलता करार दिया है, वहीं सत्तारूढ़ पार्टी इस देरी को एक सुविचारित राजनीतिक प्रक्रिया बता रही है। लेकिन जमीनी स्तर पर इससे सरकार की सक्रियता और निर्णय क्षमता पर सवाल उठने लगे हैं।