
मुंगेली पुलिस ने अंतर्राज्यीय लुटेरे गिरोह का किया पर्दाफाश, प्रधान पाठक के घर लूट करने वाले दो आरोपी गिरफ्तार
February 26, 2025
मुंगेली/लोरमी: मुंगेली पुलिस ने एक अंतर्राज्यीय लूटेरे गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दो कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जो चाकू और कट्टे की नोक पर प्रधान पाठक और उनकी पत्नी को बंधक बनाकर 11 लाख रुपये की लूट कर फरार हो गए थे।
घटना 18 फरवरी 2025 की रात लोरमी थाना क्षेत्र के मसना गांव की है, जहां प्रधान पाठक द्वारिका प्रसाद वैष्णव अपने घर लौटे तो दो नकाबपोश बदमाशों ने उन्हें और उनकी पत्नी को बंधक बना लिया। अपराधियों ने घर की आलमारी से करीब 10 तोला सोना, 1 किलो चांदी और 3 लाख रुपये नगद लूट लिए। मामले की रिपोर्ट 19 फरवरी को दर्ज की गई, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल के निर्देश पर विशेष टीम गठित कर जांच शुरू की गई।
तकनीकी साक्ष्यों और गुप्त सूत्रों की मदद से पुलिस ने लोरमी के ठरकपुर निवासी राजकुमार कश्यप (55) को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसमें उसने अपराध कबूल कर लिया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने दूसरे आरोपी तौहीद खान को इंदाबानी मोड़, थाना सोमनी3 से गिरफ्तार किया।
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से लूटी गई नकदी, सोने-चांदी के गहने और वारदात में प्रयुक्त देशी कट्टा बरामद किया है। लूट का हिस्सा तौहीद खान ने एचडीएफसी बैंक में जमा कर दिया था, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है।
गिरफ्तार आरोपी राजकुमार कश्यप और तौहीद खान शातिर अपराधी हैं, जो पहले भी कई बड़ी वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। 2013 में इन्होंने गैंगस्टर उपेंद्र सिंह उर्फ कबरा को छुड़ाने के लिए ट्रेन हाईजैक किया था, जबकि 2014 में दुर्ग जिले के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में हुई डकैती में हथियार सप्लाई किए थे। इसके अलावा, कोरबा, राजनांदगांव और अन्य जिलों में भी लूट और डकैती की घटनाओं में ये शामिल रहे हैं।
इस पूरे ऑपरेशन में लोरमी थाना प्रभारी निरीक्षक अखिलेश कुमार वैष्णव, सायबर सेल प्रभारी नंदलाल पैकरा सहित अन्य पुलिसकर्मियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही। पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से इलाके में अपराधियों में खौफ और आम जनता में सुरक्षा का विश्वास बढ़ा है।
घटना 18 फरवरी 2025 की रात लोरमी थाना क्षेत्र के मसना गांव की है, जहां प्रधान पाठक द्वारिका प्रसाद वैष्णव अपने घर लौटे तो दो नकाबपोश बदमाशों ने उन्हें और उनकी पत्नी को बंधक बना लिया। अपराधियों ने घर की आलमारी से करीब 10 तोला सोना, 1 किलो चांदी और 3 लाख रुपये नगद लूट लिए। मामले की रिपोर्ट 19 फरवरी को दर्ज की गई, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल के निर्देश पर विशेष टीम गठित कर जांच शुरू की गई।
तकनीकी साक्ष्यों और गुप्त सूत्रों की मदद से पुलिस ने लोरमी के ठरकपुर निवासी राजकुमार कश्यप (55) को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसमें उसने अपराध कबूल कर लिया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने दूसरे आरोपी तौहीद खान को इंदाबानी मोड़, थाना सोमनी3 से गिरफ्तार किया।
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से लूटी गई नकदी, सोने-चांदी के गहने और वारदात में प्रयुक्त देशी कट्टा बरामद किया है। लूट का हिस्सा तौहीद खान ने एचडीएफसी बैंक में जमा कर दिया था, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है।
गिरफ्तार आरोपी राजकुमार कश्यप और तौहीद खान शातिर अपराधी हैं, जो पहले भी कई बड़ी वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। 2013 में इन्होंने गैंगस्टर उपेंद्र सिंह उर्फ कबरा को छुड़ाने के लिए ट्रेन हाईजैक किया था, जबकि 2014 में दुर्ग जिले के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में हुई डकैती में हथियार सप्लाई किए थे। इसके अलावा, कोरबा, राजनांदगांव और अन्य जिलों में भी लूट और डकैती की घटनाओं में ये शामिल रहे हैं।
इस पूरे ऑपरेशन में लोरमी थाना प्रभारी निरीक्षक अखिलेश कुमार वैष्णव, सायबर सेल प्रभारी नंदलाल पैकरा सहित अन्य पुलिसकर्मियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही। पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से इलाके में अपराधियों में खौफ और आम जनता में सुरक्षा का विश्वास बढ़ा है।