रजिस्ट्री में 10 क्रांतियाँ के संबंध में जिला पंचायत में हुआ कार्यशाला का आयोजन पंजीयन प्रक्रिया को टेक्नालॉजी के बेहतर इस्तेमाल से किस तरह नागरिक केंद्रित बनाया गया है इसकी जानकारी दी गई विमान दुर्घटना में जान गंवाने वाले लोगों की स्मृति में दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई

रजिस्ट्री में 10 क्रांतियाँ के संबंध में जिला पंचायत में हुआ कार्यशाला का आयोजन पंजीयन प्रक्रिया को टेक्नालॉजी के बेहतर इस्तेमाल से किस तरह नागरिक केंद्रित बनाया गया है इसकी जानकारी दी गई विमान दुर्घटना में जान गंवाने वाले लोगों की स्मृति में दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई

June 13, 2025 0 By Ajeet Yadav

रिपोर्टर- चंद्रभान यादव
जशपुर। रजिस्ट्री में 10 नई क्रांतियां के संबंध में आज जिला पंचायत के सभाकक्ष में एक कार्यशाला का आयोजन कर आम नागरिकों के सहूलियत से लिए टेक्नोलॉजी का बेहतर इस्तेमाल से पंजीयन प्रक्रिया को किस तरह से अधिक पारदर्शी, सरल, डिजिटल और नागरिक केंद्रित बनाया गया है इसके बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। साथ ही कार्यशाला में पंजीयन सेवाओं का लाभ आम नागरिक को अधिक सहजता से मिले इसके लिए भी जागरूक करने को कहा गया। कार्यशाला में मौजूद जनप्रतिनिधिगण, अधिकारी-कर्मचारी, अधिवक्तागण, पत्रकारों सहित अन्य लोगों ने अहमदाबाद से लंदन जाते समय एक दुखद विमान हादसे में असमय जान गंवाने वाले दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखकर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
कार्यशाला में कलेक्टर श्री रोहित व्यास ने कहा कि राज्य में बेहतर सुशासन की स्थापना के लिए पंजीयन की 10 क्रांति के अंतर्गत रजिस्ट्री प्रक्रिया में टेक्नोलॉजी आधारित दस नवाचारों का शुभारंभ किया गया है। इससे रजिस्ट्री की प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ ही त्वरित गति से हो सकेगा। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया की जानकारी ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाए, ताकि इसका लाभ अधिक से अधिक लोगों को मिल सके। कार्यशाला में जिला पंचायत सदस्य, जनपद सदस्य, अपर कलेक्टर श्री प्रदीप कुमार साहू, एसडीएम सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।
रजिस्ट्री में 10 क्रांतियाँ अंतर्गत पंजीयन विभाग की 10 जनोपयोगी पहल
1. फ़र्जी रजिस्ट्री रोकने के लिए आधार सत्यापन – क्रेता-विक्रेता की पहचान सीधे आधार नंबर और बायोमैट्रिक के माध्यम से की जाएगी, जिससे फर्जी रजिस्ट्री की घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण संभव होगा।
2. रजिस्ट्री खोज एवं डाउनलोड -खसरा नंबर दर्ज कर संपति की पूर्व रजिस्ट्री की जानकारी देखी जा सकती है और रजिस्ट्री दस्तावेज डाउनलोड किए जा सकते हैं। इससे क्रेताओं को विवादित या बंधक ज़मीन की जानकारी पहले ही प्राप्त हो जाएगी।
3. ऑनलाइन भारमुक्त प्रमाण पत्र -संपत्ति पर ऋण, बंधक या पूर्व विक्रय की स्थिति अब ऑनलाइन भारमुक्त प्रमाण पत्र के माध्यम से आसानी से जात की जा सकती है। कई शासकीय कार्यों एवं बैंक से लोन प्राप्त करने के लिए यह प्रमाण पत्र अनिवार्य होता है।
4. स्टाम्प एवं रजिस्ट्री शुल्कों का कैशलेस भुगतान -अब स्टाम्प शुल्क और पंजीयन शुल्क का एक साथ यूपीआई, डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग आदि से कैशलेस रूप में भुगतान किया जा सकता है। पहले दोनों का भुगतान अलग-अलग स्थान पर नकदी में किया जाता था।
5. व्हॉट्सएप सेवायें -रजिस्ट्री के लिए स्लॉट बुकिंग, दस्तावेज़ की स्थिति, पंजीयन पूर्ण होने की सूचना एवं रजिस्ट्री की प्रति व्हाट्सएप के माध्यम से स्वतः प्राप्त होगी। साथ ही व्हाट्सएप के माध्यम से रजिस्ट्री से संबंधित शिकायतें एवं फीडबैक भी दिया जा सकेगा।
6. डिजीलॉकर सेवायें -पंजीकृत दस्तावेज अब डिजीलॉकर में डिजिटल रूप में संरक्षित रहेंगे, जिन्हें आवश्यकता अनुसार कभी भी डाउनलोड किया जा सकेगा।
7. रजिस्ट्री दस्तावेजों का स्वतः निर्माण -पक्षकार द्वारा जानकारी भरने के पश्चात रजिस्ट्री दस्तावेज स्वतः जनरेट होगा एवं उप पंजीयक को डिजिटल रूप में प्रस्तुत किया जाएगा।
8. घर बैठे स्टाम्प सहित दस्तावेज़ निर्माण -डिजीडॉक सेवा के माध्यम से किरायानामा, शपथ पत्र, अनुबंध जैसे गैर-पंजीकृत दस्तावेज़ अब घर बैठे डिजिटल स्टाम्प के साथ ऑनलाइन तैयार किए जा सकते हैं।
9. घर बैठे रजिस्ट्री -दस्तावेज निर्माण, स्टाम्प भुगतान और रजिस्ट्री प्रक्रिया अब पूरी तरह ऑनलाइन होकर घर से ही पूर्ण की जा सकती है। अभी यह सेवा 10 प्रकार के दस्तावेजों जैसे-रेंट एग्रीमेंट, मॉर्गेज डीड आदि में शुरू की गई है।
10. रजिस्ट्री के साथ स्वतः नामांतरण -रजिस्ट्री प्रक्रिया पूर्ण होते ही संबंधित क्रेता का नाम राजस्व रिकॉर्ड में स्वतः दर्ज हो जाएगा। इसके लिए अलग से नामांतरण आवेदन, शुल्क या लंबी प्रतीक्षा की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे नागरिकों के समय, प्रयास और खर्च तीनों की बचत होगी।