
पूर्व CM बघेल के पोस्ट पर मचा बवाल, मंत्री ओ.पी.चौधरी ने पलटवार कर कहा…हीनता बोध से ग्रस्त हुए भूपेश
May 16, 2025रायपुर । भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच मौजूदा वक्त में भले ही युद्ध विराम लगा हुआ है। लेकिन छत्तीसगढ़ में राजनेताओं की राजनीतिक युद्ध और एक दूसरे पर वार-पलटवार अब भी जारी है। आपरेशन सिंदूर को लेकर पूर्व सीएम भूपेश बघेल के एक पोस्ट को लेकर अब सूबे में राजनीति गरमा गयी है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म आये इस पोस्ट के बाद अब मंत्री ओपी चौधरी ने भूपेश बघेल पर हमला बोला है।
गौरतलब है कि देश की सेना के पराक्रम और पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने के बाद राजधानी रायपुर में तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय खुद शामिल हुए थे। जिस पर पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री को घेरने की कोशिश की। दरअसल मंच पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने भाषण में कहा कि….“सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर का आयोजन कर आतंकवादियों के खिलाफ कार्यवाही की।”
इस भाषण में भूपेश बघेल ने आयोजन शब्द को पकड़कर एक्स पर ट्वीट किया और लिखा कि….. “ऑपरेशन को मुख्यमंत्री आयोजन बता रहे हैं, बघेल ने आगे लिखा…..हे ईश्वर सेना के शौर्य और पराक्रम को आयोजन बताने वाले इन लोगों को क्षमा करना। वे नहीं जानते कि शौर्य और पराक्रम क्या होता है।” भूपेश बघेल के इस ट्वीट के सामने आते ही एक बार फिर सूबे की सियासत गरमा गयी है। पूर्व सीएम के इस पोस्ट के बाद अब बीजेपी के नेता और मंत्री भूपेश बघेल के इस बयान पर पलटवार कर निंदा कर रहे है।
बघेल के ट्वीट पर मंत्री चौधरी ने किया पलटवार
भूपेश बघेल के इस ट्वीट पर मंत्री ओपी चौधरी ने पलटवार किया। चौधरी ने सोशल मीडिया X पर पूर्व मुख्यमंत्री बघेल को “हीनता बोध से ग्रस्त बताया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि….”पाकिस्तान के विरुद्ध भारत की जीत को नहीं पचा पा रहे हैं। मंत्री चौधरी ने आयोजन शब्द को लेकर कहा कि ‘नागरी प्रचारिणी सभा’ के शब्दकोष में ‘आयोजन’ का अर्थ है – ‘किसी कार्य या गतिविधि को सुनियोजित और व्यवस्थित ढंग से करने की प्रक्रिया।’ इसमें योजना बनाना, संसाधनों का प्रबंधन और कार्य को निर्धारित समय पर पूरा करना शामिल है।
कैबिनेट मंत्री चौधरी ने आगे लिखा कि…. “क्या कांग्रेस नेता यह कहना चाहते हैं कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत चला अभियान सुनियोजित नहीं था या अव्यवस्थित था? या सेना ने योजना सही नहीं बनायी थी, कि संसाधनों का प्रबंधन सेना ने सही नहीं किया ? कभी सर्जिकल स्ट्राइक का इसी तरह मजाक बनाते हुए भूपेशजी ने यह कहा था कि ‘वहां केवल कौए मरे हैं।’ जनता ने उस भद्दे मजाक का माकूल जवाब भी दे दिया उन्हें।हमारे सैनिकों के शौर्य पर सवाल खड़ा करते रहने की परिपाटी बंद होना चाहिये। यह राजनीति का विषय नहीं है।