
सफलता की कहानी फूलो के पक्के मकान का सपना हुआ पूरा बरसात के मौसम में टपकती बूंदों से मिली राहत
May 7, 2025
चंद्रभान यादव
जशपुर। हर एक व्यक्ति का सपना होता है कि उसका अपना एक पक्का मकान हो। जिसे पूरा करने के लिए वह जीवन भर मेहनत करता है। आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्तियों के लिए स्वयं का पक्का आवास बना पाना एक सपने जैसा होता है। उस सपने को पूरा करने के लिए भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री जनमन आवास योजना के तहत गरीब लोगों को स्वयं का आवास बनवाने के सपने को साकार कर रहीे है।
ऐसी ही कहानी हैं जशपुर जिले के बगीचा जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत पंड्रापाठ से श्रीमती फूलों की। जिसकी उम्र 40 वर्ष हो चुकी है, उसके पास अपना पुश्तैनी कच्चा आवास था। जिसमें वह अपने के साथ मुश्किल से जीवन यापन कर रही थी। और बरसात के मौसम में उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता था।
प्रधानमंत्री जनमन आवास योजना में पक्का आवास बनाने के लिए स्वीकृति प्रदान की गई। शासन से अनुदान में मिली राशि से अपना पक्का मकान बना कर अब वह अपने बच्चों के साथ पक्के मकान में रहती है।
श्रीमती फूलो पति परसू राम ने बताया कि उनका कच्ची दीवार वाला पुराना घर था, जिसके उपर पन्नी तान कर गुजारा चल रहा था। बरसात के दिनों में जब मूसलाधार बारिश होती थी तो घर के चारो तरफ पानी ही पानी भर जाता था। आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण घर बनवाने की दूर-दूर तक कोई उम्मीद नहीं दिख रही थी। एक दिन ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक उनके घर आये और उन्होंने मेरा आधार कार्ड और बैंक पास बुक मांगा और उन्होंने मोबाइल पर पंजीयन कराया। कुछ दिनों बाद आवास स्वीकृत होने की सूचना मिली। उन्होंने बताया कि पहली बार में मुझे यकीन नहीं हुआ लेकिन मैंने बैंक जाकर पता किया तो मेरे खाते मे पैसे आ गये थे। मैंने अपना घर बनाना शुरू कर दिया। आवास की धन राशि तथा मनरेगा की मजदूरी मिलाकर मिले पैसों से अपना आवास बनवाया।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का शुक्रगुजार हूं जिन्होंने घर बनवाने के लिये धनराशि उपलब्ध कराकर मेरी अंधेरी जिंदगी में रोशनी लाने का काम किया।
जशपुर। हर एक व्यक्ति का सपना होता है कि उसका अपना एक पक्का मकान हो। जिसे पूरा करने के लिए वह जीवन भर मेहनत करता है। आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्तियों के लिए स्वयं का पक्का आवास बना पाना एक सपने जैसा होता है। उस सपने को पूरा करने के लिए भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री जनमन आवास योजना के तहत गरीब लोगों को स्वयं का आवास बनवाने के सपने को साकार कर रहीे है।
ऐसी ही कहानी हैं जशपुर जिले के बगीचा जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत पंड्रापाठ से श्रीमती फूलों की। जिसकी उम्र 40 वर्ष हो चुकी है, उसके पास अपना पुश्तैनी कच्चा आवास था। जिसमें वह अपने के साथ मुश्किल से जीवन यापन कर रही थी। और बरसात के मौसम में उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता था।
प्रधानमंत्री जनमन आवास योजना में पक्का आवास बनाने के लिए स्वीकृति प्रदान की गई। शासन से अनुदान में मिली राशि से अपना पक्का मकान बना कर अब वह अपने बच्चों के साथ पक्के मकान में रहती है।
श्रीमती फूलो पति परसू राम ने बताया कि उनका कच्ची दीवार वाला पुराना घर था, जिसके उपर पन्नी तान कर गुजारा चल रहा था। बरसात के दिनों में जब मूसलाधार बारिश होती थी तो घर के चारो तरफ पानी ही पानी भर जाता था। आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण घर बनवाने की दूर-दूर तक कोई उम्मीद नहीं दिख रही थी। एक दिन ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक उनके घर आये और उन्होंने मेरा आधार कार्ड और बैंक पास बुक मांगा और उन्होंने मोबाइल पर पंजीयन कराया। कुछ दिनों बाद आवास स्वीकृत होने की सूचना मिली। उन्होंने बताया कि पहली बार में मुझे यकीन नहीं हुआ लेकिन मैंने बैंक जाकर पता किया तो मेरे खाते मे पैसे आ गये थे। मैंने अपना घर बनाना शुरू कर दिया। आवास की धन राशि तथा मनरेगा की मजदूरी मिलाकर मिले पैसों से अपना आवास बनवाया।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का शुक्रगुजार हूं जिन्होंने घर बनवाने के लिये धनराशि उपलब्ध कराकर मेरी अंधेरी जिंदगी में रोशनी लाने का काम किया।