सफलता की कहानी राज्य पोषित डेयरी उद्यमिता विकास योजना से सुखसागर आर्थिक रूप से हुआ मजबूत योजना से 70 हजार के अनुदान का लाभ लेकर उन्नत नस्ल की जर्सी एवं साहीवाल क्रास गाय खरीदा 16 से 18 लीटर तक हो रहा दूध उत्पादन, सुख सागर को माह में 30 हजार रुपए तक हो जाता है आमदनी

सफलता की कहानी राज्य पोषित डेयरी उद्यमिता विकास योजना से सुखसागर आर्थिक रूप से हुआ मजबूत योजना से 70 हजार के अनुदान का लाभ लेकर उन्नत नस्ल की जर्सी एवं साहीवाल क्रास गाय खरीदा 16 से 18 लीटर तक हो रहा दूध उत्पादन, सुख सागर को माह में 30 हजार रुपए तक हो जाता है आमदनी

May 5, 2025 0 By Ajeet Yadav
चंद्रभान यादव संवाददाता
जशपुर । मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के मंशानुरूप पशुधन विकास विभाग द्वारा जिले के गौव पालकों को विभागीय योजनाओं को लाभ दिया जा रहा है। इसी कड़ी में बगीचा विकासखण्ड के श्री सुखसागर यादव को राज्य पोषित डेयरी उद्यमिता विकास योजना एवं राष्ट्रीय कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम अन्तर्गत नस्ल सुधार योजना का लाभ दिया गया है।
बगीचा विकासखण्ड के पशुधन विकास विभाग द्वारा हितग्राही सुखसागर यादव को राज्य डेयरी उद्यमिता विकास योजना का लाभ दिया गया एवं राष्ट्रीय कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम अन्तर्गत नस्ल सुधार किया गया। राज्य डेयरी उद्यमिता विकास योजना से 70 हजार के अनुदान का लाभ दिया गया एवं राष्ट्रीय कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम अन्तर्गत नस्ल सुधार किया गया। हितग्राही सामान्य किसान है, इनका रोजगार का कार्य खेती था। योजना का लाभ लेने के पूर्व हितग्राही के पास 01 देसी गाय थी। इनकी गाय उस समय लगभग प्रतिदिन 1 लीटर दूध देती थी। जिसका उपयोग घर में ही कर लिया जाता था।
पशुपालन से कोई अतिरिक्त आय नही होती थी। पशुधन विकास विभाग से राज्य डेयरी उद्यमिता विकास अंतर्गत हितग्राही द्वारा शासकीय योजना का लाभ लेकर 01 उन्नत नस्ल की जर्सी गाय और एक साहिवाल क्रॉस गाय खरीदा गया ।
वर्तमान में कुल 16-18 लीटर दूध उत्पादन हो रहा है। जिसके विक्रय से हितग्राही को राशि रूपये 25000-30000 रूपये मासिक आमदनी प्राप्त हो रही है। साथ ही राष्ट्रीय कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम नस्ल सुधार योजना द्वारा कृत्रिम गर्भाधान का लाभ लिया जाता है। जिससे वर्तमान में उन्नत नस्ल की बछिया एवं बाछा उत्पन्न हुई है। पशुधन विकास विभाग द्वारा संचालित राज्य डेयरी उद्यमिता विकास योजना का लाभ लेने के पश्चात् हितग्राही के आर्थिक स्थिति में सुधार हुई है। विभाग द्वारा समस्त गाय का समय-समय पर स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है। कृमि नाशक दवाइयां एवं मिनरल मिक्सचर प्रदान किया जाता है। आवश्यकतानुसार तकनीकी मार्गदर्शन दिया जाता है।