जशप्योर स्टॉल पर पहुंचे खाद्य प्रसंस्करण मंत्री श्री चिराग पासवान; महुआ और मिलेट्स से बने नवाचार उत्पादों की सराहना

जशप्योर स्टॉल पर पहुंचे खाद्य प्रसंस्करण मंत्री श्री चिराग पासवान; महुआ और मिलेट्स से बने नवाचार उत्पादों की सराहना

April 26, 2025 0 By Ajeet Yadav
चंद्रभान यादव संवाददाता
जशपुर। सुफलाम फूड प्रोसेसिंग एक्सपो, जो 25-26 अप्रैल को निफ्टेम (NIFTEM) सोनीपत कैंपस में आयोजित हुआ, में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के कैबिनेट मंत्री श्री चिराग पासवान ने जिला प्रशासन जशपुर द्वारा समर्थित जशप्योर (JASHPURE) के स्टॉल का दौरा किया। निफ्टेम के निदेशक श्री हरिंदर ओबेरॉय तथा अन्य गणमान्य अतिथि भी मौजूद रहे।
इस दौरान जशप्योर टीम, जिसका नेतृत्व बिहान की स्व सहायता समूह से जुड़ी आनेश्वरी भगत और गणपति सिंह ने किया, महुआ और मिलेट्स जैसे कोदो, कुटकी, रागी से बने अपने नवाचार उत्पादों का प्रदर्शन किया। केंद्रीय मंत्री ने इस पहल को सराहा और कहा कि यह क्षेत्र न केवल आदिवासी समुदाय के लिए बल्कि समग्र खाद्य उद्योग के लिए एक नया दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है।
खाद्य प्रसंस्करण सलाहकार श्री समर्थ जैन ने बताया किः
महुआ न केवल अत्यधिक पौष्टिक है, बल्कि प्राचीन समय से आदिवासी समुदायों द्वारा इसे खाद्य और औषधि के रूप में उपयोग किया जाता रहा है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय जी के दृष्टिकोण के तहत हम महुआ को एक स्वास्थ्यवर्धक उत्पाद के रूप में स्थापित कर रहे हैं, जिससे महुआ को केवल शराब बनाने वाली सामग्री के रूप में देखने का परिपेक्ष्य बदले। इस दिशा में जशपुर जिले के कलेक्टर श्री रोहित व्यास और सीईओ जिला पंचायत श्री अभिषेक कुमार के मार्गदर्शन में निरंतर कार्य कर रहे हैं। जशप्योर टीम महुआ को मुख्यधारा के नई उम्र के सुपरफूड्स के रूप में पुनर्जीवित करने के लिए काम कर रही है।
इस अवसर पर जशप्योर टीम ने मंत्री जी को एक विशेष श्जशपुर बास्केटश् भेंट की, जो पारंपरिक ष्छिंद-कासा घास से हस्त निर्मित थी और इसमें जशपुर जिले की आदिवासी महिलाओं द्वारा बनाए गए विभिन्न उत्पाद शामिल थे।
जशप्योर के प्रमुख उत्पादों में शामिल हैं
Buckwheat Mahua Cookies
Mahua Chawayanpras
Mahua Nector
Ragi Mahua Makahan Dry Fruit Ladoo
Ragi Mahua Cookies
Mahua Energy Candy
Millets ke Pasta
Dheki Kuta Javaphool Rice
यह पहल जशप्योर टीम की मेहनत और निष्ठा का परिणाम है, जो आदिवासी नेतृत्व को बढ़ावा देने के साथ-साथ स्वस्थ और स्थिर खाद्य उत्पादों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।