
छत्तीसगढ़ मंत्रिमंडल का विस्तार संभवतः 10 अप्रैल को, इन विधायकों को मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी
April 8, 2025
अजीत यादव स्टेट हेड
मो.9755116815
रायपुर। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अगुवाई वाली भाजपा सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। 10 अप्रैल तक कैबिनेट विस्तार होने के प्रबल संकेत मिल रहे हैं। इस बीच 8 अप्रैल यानी आज भाजपा के प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन रायपुर दौरे पर हैं, और उनके साथ भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री शिवप्रकाश भी पहुंच रहे हैं। दोनों नेता 9 अप्रैल को राजधानी रायपुर में पार्टी संगठन की महत्वपूर्ण बैठक करेंगे।
अमर अग्रवाल और गजेंद्र यादव का नाम लगभग तय
पार्टी सूत्रों की मानें तो बिलासपुर से विधायक और पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल तथा दुर्ग से विधायक गजेंद्र यादव का मंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है। हाल ही में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान इन दोनों नामों पर सहमति बनी थी। माना जा रहा है कि संगठन और सरकार के बीच अंतिम बातचीत के बाद इन नामों की आधिकारिक घोषणा की जाएगी।
अमर अग्रवाल पहले भी वित्त, स्वास्थ्य और नगरीय प्रशासन जैसे अहम मंत्रालय संभाल चुके हैं। वहीं गजेंद्र यादव, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व प्रांत संघचालक बिसराराम यादव के पुत्र हैं।
यादव समाज को साधने की रणनीति
भाजपा की इस रणनीति के पीछे एक बड़ा सामाजिक समीकरण भी है। पार्टी यादव समाज को अपने साथ जोड़ने की कोशिश में है, जिससे न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में भी यादव मतदाताओं को साधा जा सके।
मंत्रियों की संख्या बढ़ सकती है?
छत्तीसगढ़ विधानसभा में मुख्यमंत्री समेत 13 मंत्रियों के पद निर्धारित हैं, लेकिन सोशल मीडिया और राजनीतिक हलकों में अटकलें लग रही हैं कि हरियाणा मॉडल अपनाते हुए 14 मंत्रियों की नियुक्ति की जा सकती है। अगर ऐसा होता है, तो रायपुर से विधायक पुरंदर मिश्रा, कुरूद के अजय चंद्राकर, और रायपुर पश्चिम के राजेश मूणत में से किसी एक को मंत्री बनाया जा सकता है।
निगम-मंडलों और संसदीय सचिवों की भी होगी ताजपोशी
सिर्फ मंत्रीमंडल ही नहीं, बल्कि सरकार की दूसरी इकाइयों में भी नियुक्तियाँ तय मानी जा रही हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, जल्द ही विधानसभा उपाध्यक्ष और एक दर्जन से ज्यादा संसदीय सचिवों की भी ताजपोशी की जाएगी। इंटरनेट मीडिया में यह मैसेज भी वायरल है कि अंतागढ़ विधायक विक्रम उसेंडी को विधानसभा उपाध्यक्ष बनाया जा सकता है।
*संभावित संसदीय सचिवों की सूची*
जिन नेताओं को संसदीय सचिव बनाए जाने की चर्चा है, उनमें ये नाम प्रमुख हैं:
रायमुनि भगत
चैतराम अटामी
धर्मजीत सिंह
योगेश्वर राजू सिन्हा
भावना बोहरा
गोमती साय
मोतीलाल सिन्हा
डोमनलाल कोर्सेवाड़ा
दीपेश साहू
प्रबोध मिंज
सुशांत शुक्ला
रोहित साहू
रिकेश सेन
नीलकंठ टेकाम
संपत अग्रवाल / राजेश अग्रवाल
अब सभी की निगाहें 10 अप्रैल पर टिकी हैं। देखना यह होगा कि भाजपा किस सामाजिक और क्षेत्रीय समीकरण को साधने की दिशा में कदम बढ़ाती है।
मो.9755116815
रायपुर। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अगुवाई वाली भाजपा सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। 10 अप्रैल तक कैबिनेट विस्तार होने के प्रबल संकेत मिल रहे हैं। इस बीच 8 अप्रैल यानी आज भाजपा के प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन रायपुर दौरे पर हैं, और उनके साथ भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री शिवप्रकाश भी पहुंच रहे हैं। दोनों नेता 9 अप्रैल को राजधानी रायपुर में पार्टी संगठन की महत्वपूर्ण बैठक करेंगे।
अमर अग्रवाल और गजेंद्र यादव का नाम लगभग तय
पार्टी सूत्रों की मानें तो बिलासपुर से विधायक और पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल तथा दुर्ग से विधायक गजेंद्र यादव का मंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है। हाल ही में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान इन दोनों नामों पर सहमति बनी थी। माना जा रहा है कि संगठन और सरकार के बीच अंतिम बातचीत के बाद इन नामों की आधिकारिक घोषणा की जाएगी।
अमर अग्रवाल पहले भी वित्त, स्वास्थ्य और नगरीय प्रशासन जैसे अहम मंत्रालय संभाल चुके हैं। वहीं गजेंद्र यादव, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व प्रांत संघचालक बिसराराम यादव के पुत्र हैं।
यादव समाज को साधने की रणनीति
भाजपा की इस रणनीति के पीछे एक बड़ा सामाजिक समीकरण भी है। पार्टी यादव समाज को अपने साथ जोड़ने की कोशिश में है, जिससे न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में भी यादव मतदाताओं को साधा जा सके।
मंत्रियों की संख्या बढ़ सकती है?
छत्तीसगढ़ विधानसभा में मुख्यमंत्री समेत 13 मंत्रियों के पद निर्धारित हैं, लेकिन सोशल मीडिया और राजनीतिक हलकों में अटकलें लग रही हैं कि हरियाणा मॉडल अपनाते हुए 14 मंत्रियों की नियुक्ति की जा सकती है। अगर ऐसा होता है, तो रायपुर से विधायक पुरंदर मिश्रा, कुरूद के अजय चंद्राकर, और रायपुर पश्चिम के राजेश मूणत में से किसी एक को मंत्री बनाया जा सकता है।
निगम-मंडलों और संसदीय सचिवों की भी होगी ताजपोशी
सिर्फ मंत्रीमंडल ही नहीं, बल्कि सरकार की दूसरी इकाइयों में भी नियुक्तियाँ तय मानी जा रही हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, जल्द ही विधानसभा उपाध्यक्ष और एक दर्जन से ज्यादा संसदीय सचिवों की भी ताजपोशी की जाएगी। इंटरनेट मीडिया में यह मैसेज भी वायरल है कि अंतागढ़ विधायक विक्रम उसेंडी को विधानसभा उपाध्यक्ष बनाया जा सकता है।
*संभावित संसदीय सचिवों की सूची*
जिन नेताओं को संसदीय सचिव बनाए जाने की चर्चा है, उनमें ये नाम प्रमुख हैं:
रायमुनि भगत
चैतराम अटामी
धर्मजीत सिंह
योगेश्वर राजू सिन्हा
भावना बोहरा
गोमती साय
मोतीलाल सिन्हा
डोमनलाल कोर्सेवाड़ा
दीपेश साहू
प्रबोध मिंज
सुशांत शुक्ला
रोहित साहू
रिकेश सेन
नीलकंठ टेकाम
संपत अग्रवाल / राजेश अग्रवाल
अब सभी की निगाहें 10 अप्रैल पर टिकी हैं। देखना यह होगा कि भाजपा किस सामाजिक और क्षेत्रीय समीकरण को साधने की दिशा में कदम बढ़ाती है।