
CBI रेड…और वायरल सच्चाई: 26 मार्च को ही ASP अभिषेक महेश्वरी के घर CBI कर चुकी थी जांच, सोशल मीडिया में वायरल हो रही अफसर के गायब होने व घर सील होने की अफवाह..
March 29, 2025
रायपुर । महादेव सट्टा एप केस में CBI की रेड पर सच्चाई से ज्यादा इन दिनों अफवाहें उड़ रही है। सोशल मीडिया पर कहीं लाखों-करोड़ों मिलने का दावा हो रहा है, तो कहीं छापे के पहले अफसर के घर से गायब होने की खबरें वायरल हो रही है। हालांकि ना तो सीबीआई की तरफ से ऐसी कोई जानकारी दी गयी है और ना ही किसी अधिकृत अफसर ने इसकी पुष्टि की है, बावजूद अपनी डपली, अपनी राग के तर्ज पर सोशल मीडिया में लगातार ऐसी खबरें वायरल की जा रही है।
अब एडिश्नल एसपी अभिषेक महेश्वरी का ही मामला देख लीजिये। महादेव सट्टा एप केस में जिस दिन छापेमारी हुई, उस दिन उनके भी रायपुर के अलावे राजनांदगांव स्थित घर में सीबीआई की टीम पहुंची थी। हकीकत में अभिषेक महेश्वरी अपने परिवारिक वजहों से दो दिन पहले ही रायपुर से गये थे। उनकी रिटर्निंग की तारीख पहले से ही 26 मार्च निर्धारित थी। अभिषेक महेश्वरी शाम तक रायपुर पहुंच भी गये और उसी दिन रायपुर के बंगले में सीबीआई की जांच भी हो गयी, लेकिन सोशल मीडिया में ये खबरें वायरल हो गयी कि अभिषेक महेश्वरी अपने घर से गायब थे, उनके घरों को सील कर दिया गया।
जब हकीकत ये थी, कि उसी दिन देर शाम तक रायपुर में अभिषेक महेश्वरी के बंगले में सीबीआई की कार्रवाई चली। रात हो जाने की वजह से राजनांदगांव में जांच नहीं हो सकी, लिहाजा, अगले दिन सीबीआई की टीम ने राजनांदगांव पहुंचकर घर में जांच की। लेकिन छापेमारी के दिन से ही ये खबरें वायरल हो रही थी कि अभिषेक महेश्वरी अपने घर से गायब थे, इसलिए उनके घर को सील कर दिया गया। ऐसा सिर्फ एक प्रकरण में नहीं है। सीबीआई की रेड के बाद से कई ऐसी जानकारियां सोशल मीडिया में आ रही है, जिसकी सच्चाई का कोई अता पता नहीं है।
आपको बता दें कि 26 मार्च को सीबीआई ने महादेव सट्टा ऐप मामले में 4 राज्यों में एक साथ दबिश दी थी, इस दौरान 60 जगहों पर सीबीआई ने कार्रवाई की थी। हालांकि जांच के दौरान कहां क्या मिला, इसकी जानकारी अब तक सामने नहीं आयी है। इस मामले में सीबीआई ने छापे के दिन ही अधिकृत बयान जारी किया था, जिसमें सिर्फ कार्रवाई की प्रांरभिक जानकारी साझा की गयी थी। लिहाजा छापे से जुड़ी अधिकृत जानकारी के लिए सीबीआई की तरफ से दिये जाने वाले अपडेट पर ही यकीन करना होगा।
अब एडिश्नल एसपी अभिषेक महेश्वरी का ही मामला देख लीजिये। महादेव सट्टा एप केस में जिस दिन छापेमारी हुई, उस दिन उनके भी रायपुर के अलावे राजनांदगांव स्थित घर में सीबीआई की टीम पहुंची थी। हकीकत में अभिषेक महेश्वरी अपने परिवारिक वजहों से दो दिन पहले ही रायपुर से गये थे। उनकी रिटर्निंग की तारीख पहले से ही 26 मार्च निर्धारित थी। अभिषेक महेश्वरी शाम तक रायपुर पहुंच भी गये और उसी दिन रायपुर के बंगले में सीबीआई की जांच भी हो गयी, लेकिन सोशल मीडिया में ये खबरें वायरल हो गयी कि अभिषेक महेश्वरी अपने घर से गायब थे, उनके घरों को सील कर दिया गया।
जब हकीकत ये थी, कि उसी दिन देर शाम तक रायपुर में अभिषेक महेश्वरी के बंगले में सीबीआई की कार्रवाई चली। रात हो जाने की वजह से राजनांदगांव में जांच नहीं हो सकी, लिहाजा, अगले दिन सीबीआई की टीम ने राजनांदगांव पहुंचकर घर में जांच की। लेकिन छापेमारी के दिन से ही ये खबरें वायरल हो रही थी कि अभिषेक महेश्वरी अपने घर से गायब थे, इसलिए उनके घर को सील कर दिया गया। ऐसा सिर्फ एक प्रकरण में नहीं है। सीबीआई की रेड के बाद से कई ऐसी जानकारियां सोशल मीडिया में आ रही है, जिसकी सच्चाई का कोई अता पता नहीं है।
आपको बता दें कि 26 मार्च को सीबीआई ने महादेव सट्टा ऐप मामले में 4 राज्यों में एक साथ दबिश दी थी, इस दौरान 60 जगहों पर सीबीआई ने कार्रवाई की थी। हालांकि जांच के दौरान कहां क्या मिला, इसकी जानकारी अब तक सामने नहीं आयी है। इस मामले में सीबीआई ने छापे के दिन ही अधिकृत बयान जारी किया था, जिसमें सिर्फ कार्रवाई की प्रांरभिक जानकारी साझा की गयी थी। लिहाजा छापे से जुड़ी अधिकृत जानकारी के लिए सीबीआई की तरफ से दिये जाने वाले अपडेट पर ही यकीन करना होगा।