
मुख्यमंत्री के निर्देश पर सात दिन के भीतर सोलर ड्यूल पंप होंगे दुरुस्त, क्रेडा सीईओ ने अधिकारियों को तय मियाद में काम पूरा करने का दिया निर्देश
March 27, 2025
रायपुर: प्रदेश में ग्रीष्म ऋतु के दौरान किसी भी ग्राम में पेयजल संकट न उत्पन्न हो, इसे सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में 24 मार्च 2025 को विभाग की सचिव स्तरीय बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में क्रेडा (CREDA) के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) श्री राजेश सिंह राणा भी उपस्थित थे। बैठक में पेयजल की सुचारु उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए।
बैठक के दौरान निर्देश दिया गया कि क्रेडा, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के सहयोग से जल जीवन मिशन योजनांतर्गत प्रदेश में सोलर पेयजल पंपों की स्थापना कर रहा है। मुख्यमंत्री ने क्रेडा के सीईओ को निर्देशित किया कि प्रदेश में स्थापित पेयजल हेतु सोलर पंपों की 100% कार्यशीलता सुनिश्चित की जाए। साथ ही, छोटे-मोटे तकनीकी दोषों को समय रहते दूर करने और शिकायत दर्ज कराने हेतु चार अंकों वाले हेल्पलाइन नंबर की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए। इसके अतिरिक्त, पानी की बर्बादी रोकने हेतु सेंसर जैसी तकनीकों के उपयोग पर भी बल दिया गया।
क्रेडा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी राजेश सिंह राणा ने इस दिशा में संवेदनशीलता दिखाते हुए राज्य के सभी जिला एवं जोनल कार्यालयों के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक आयोजित की। इस बैठक में यह निर्देश दिया गया कि प्रदेश में स्थापित सभी पेयजल पंपों की कार्यशीलता सुनिश्चित करने हेतु अकार्यशील या आंशिक रूप से अकार्यशील सोलर पंपों को 7 दिनों के भीतर चालू किया जाए। साथ ही, रखरखाव कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई।
बैठक के दौरान निर्देश दिया गया कि क्रेडा, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के सहयोग से जल जीवन मिशन योजनांतर्गत प्रदेश में सोलर पेयजल पंपों की स्थापना कर रहा है। मुख्यमंत्री ने क्रेडा के सीईओ को निर्देशित किया कि प्रदेश में स्थापित पेयजल हेतु सोलर पंपों की 100% कार्यशीलता सुनिश्चित की जाए। साथ ही, छोटे-मोटे तकनीकी दोषों को समय रहते दूर करने और शिकायत दर्ज कराने हेतु चार अंकों वाले हेल्पलाइन नंबर की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए। इसके अतिरिक्त, पानी की बर्बादी रोकने हेतु सेंसर जैसी तकनीकों के उपयोग पर भी बल दिया गया।
क्रेडा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी राजेश सिंह राणा ने इस दिशा में संवेदनशीलता दिखाते हुए राज्य के सभी जिला एवं जोनल कार्यालयों के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक आयोजित की। इस बैठक में यह निर्देश दिया गया कि प्रदेश में स्थापित सभी पेयजल पंपों की कार्यशीलता सुनिश्चित करने हेतु अकार्यशील या आंशिक रूप से अकार्यशील सोलर पंपों को 7 दिनों के भीतर चालू किया जाए। साथ ही, रखरखाव कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई।