
मुख्य सूचना आयुक्त के लिए इंटरव्यू , चीफ सेकरेट्री सहित कई अधिकारियों ने दिया साक्षात्कार, तीन नामों का पैनल जायेगा सीएम की कमेटी के पास
March 27, 2025
रायपुर। छत्तीसगढ़ में मुख्य सूचना आयुक्त के पद को भरने की प्रक्रिया एक महत्वपूर्ण चरण में पहुंच गई है। आज नया रायपुर स्थित सर्किट हाउस में मुख्य सूचना आयुक्त पद के लिए इंटरव्यू का आयोजन किया गया। इस इंटरव्यू के लिए कुल 33 उम्मीदवारों को सेलेक्ट किया गया था।
जानकारी के अनुसार, इस चयन प्रक्रिया के अंतर्गत तीन नामों का एक पैनल मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाली अंतिम चयन समिति को भेजा जाएगा। यह समिति अंतिम निर्णय लेकर नए मुख्य सूचना आयुक्त के नाम की घोषणा करेगी।
साक्षात्कार प्रक्रिया
इंटरव्यू में मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पूर्व मुख्य सचिव आर.पी. मंडल, और दो पूर्व डीजीपी अशोक जुनेजा एवं डी.एम. अवस्थी भी पहुंचे थे। पहले चरण में आमंत्रित 15 उम्मीदवारों में से 12 ही साक्षात्कार के लिए पहुंचे, जबकि दूसरे चरण में भी लगभग ऐसा ही परिदृश्य रहा। साक्षात्कार के दौरान उम्मीदवारों से उनके पिछले कार्यानुभव और सूचना के अधिकार (RTI) अधिनियम के प्रभावी कार्यान्वयन को लेकर उनकी समझ पर सवाल पूछे गए। हालांकि, यह सवाल बना हुआ है कि सर्च कमेटी ने अपने से वरिष्ठ अधिकारियों से कितनी जानकारी ली और उनके मूल्यांकन में किस तरह के मापदंड अपनाए गए।
प्रमुख गैर-हाजिर अधिकारी
इंटरव्यू प्रक्रिया के दौरान यह भी देखा गया कि कुछ प्रमुख अधिकारियों ने इस प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लिया। संजय अलंग जैसे कई अधिकारी इंटरव्यू के लिए उपस्थित नहीं हुए, जिससे यह कयास लगाए जा रहे हैं कि कुछ अधिकारियों ने खुद को दौड़ से बाहर कर लिया है।
अगले चरण की प्रक्रिया
अब सर्च कमेटी तीन नामों का पैनल तैयार करेगी और इसे मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाली अंतिम चयन समिति को सौंपेगी। अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री की समिति द्वारा लिया जाएगा। इस समिति में सर्च कमेटी के प्रमुख एससीएस होम मनोज कुमार पिंगुआ के साथ अन्य सदस्य निहारिका बारिक, सोनमणि बोरा और अविनाश चंपावत शामिल हैं।
जानकारी के अनुसार, इस चयन प्रक्रिया के अंतर्गत तीन नामों का एक पैनल मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाली अंतिम चयन समिति को भेजा जाएगा। यह समिति अंतिम निर्णय लेकर नए मुख्य सूचना आयुक्त के नाम की घोषणा करेगी।
साक्षात्कार प्रक्रिया
इंटरव्यू में मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पूर्व मुख्य सचिव आर.पी. मंडल, और दो पूर्व डीजीपी अशोक जुनेजा एवं डी.एम. अवस्थी भी पहुंचे थे। पहले चरण में आमंत्रित 15 उम्मीदवारों में से 12 ही साक्षात्कार के लिए पहुंचे, जबकि दूसरे चरण में भी लगभग ऐसा ही परिदृश्य रहा। साक्षात्कार के दौरान उम्मीदवारों से उनके पिछले कार्यानुभव और सूचना के अधिकार (RTI) अधिनियम के प्रभावी कार्यान्वयन को लेकर उनकी समझ पर सवाल पूछे गए। हालांकि, यह सवाल बना हुआ है कि सर्च कमेटी ने अपने से वरिष्ठ अधिकारियों से कितनी जानकारी ली और उनके मूल्यांकन में किस तरह के मापदंड अपनाए गए।
प्रमुख गैर-हाजिर अधिकारी
इंटरव्यू प्रक्रिया के दौरान यह भी देखा गया कि कुछ प्रमुख अधिकारियों ने इस प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लिया। संजय अलंग जैसे कई अधिकारी इंटरव्यू के लिए उपस्थित नहीं हुए, जिससे यह कयास लगाए जा रहे हैं कि कुछ अधिकारियों ने खुद को दौड़ से बाहर कर लिया है।
अगले चरण की प्रक्रिया
अब सर्च कमेटी तीन नामों का पैनल तैयार करेगी और इसे मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाली अंतिम चयन समिति को सौंपेगी। अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री की समिति द्वारा लिया जाएगा। इस समिति में सर्च कमेटी के प्रमुख एससीएस होम मनोज कुमार पिंगुआ के साथ अन्य सदस्य निहारिका बारिक, सोनमणि बोरा और अविनाश चंपावत शामिल हैं।