
CISF के जवानों ने इनकम टैक्स अफसर बनकर बिजनेसमैन के घर पहुंचे रेड डालने, दूसरी पत्नी का कमरा छोड़ सब लूट लिया, आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद हुआ चौकाने वाला खुलासा
March 27, 2025
कोलकाता। कोलकाता में एक बिजनेस मैन के घर इनकम टैक्स विभाग की रेड के नाम पर हुए लूटपाट का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस घटना की शिकायत के बाद पुलिस ने 8 आरोपियों को अरेस्ट किया है। इनमें CISF के एक इंस्पेक्टर, एक हेड कांस्टेबल सहित एक महिला कांस्टेबल शामिल है। लूटपाट का कारण संपत्ति विवाद बताया गया है,जो कि बिजनेसमैन की बेटी और दूसरी पत्नी के बीच चल रहा था।
जानकारी के मुताबिक ये पूरा घटनाक्रम बागुईहाटी पुलिस स्टेशन के तहत आने वाले चिनार पार्क इलाके की है। जहां 18 मार्च की रात दो बजे कुछ लोग फर्जी इनकम टैक्स अधिकारी बनकर एक बिजनेसमैन के घर पहुंचे। बताया जा रहा है कि बिजनेसमैन का निधन हो चुका है, घर में उनकी मां और बेटी विनीता सिंह मौजूद थीं। इन कथित आईटी डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने दरवाजे पर लगे डोर बेल को बजाया। दरवाजा खुलते ही ये घर के अंदर घुस गए और वहां मौजूद सभी लोगों के मोबाइल फोन छीन लिए।
उसके बाद वे बिजनेसमैन के कमरे में गए जहां उन्होंने नकदी और गहने लूट लिए। पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने घर से 3 लाख रुपये नकद और ढेर सारे सोने के गहने लूट लिये। इसके बाद ये नकली आईटी अफसर बिजनेसमैन की दूसरी पत्नी आरती सिंह के कमरे में गए, लेकिन वहां से बिना कुछ लिए ही चले गए। यह बात बेटी विनीता सिंह को अजीब लगी। जिसकी शिकायत उसनेबागुईहाटी पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की, जांच के दौरान घर और आसपास के इलाकों से कई सीसीटीवी फुटेज जुटाए।
पुलिस के मुताबिक फुटेज में उस गाड़ी की भी पहचान कीगई, जिसमें बैठकर ये नकली अधिकारी बिजनेसमैन के घर पहुंचे थे। गाड़ी के रजिस्ट्रेशन नंबर से पुलिस ने उनका पता लगाया और ड्राइवर दीपक रैना को सबसे पहले हिरासत में ले लिया। उससे पूछताछ के बाद पुलिस ने इस पूरी वारदात की कड़ियों को जोड़ते हुए एक-एक करके 5 सीआईएसएफ के कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि….फुटेज देखने पर मालूम पड़ा कि नकली अधिकारी बनकर ये लोग दो गाड़ियों में आए थे। एक पिकअप वैन और एक बाइक में सभी आरोपी सवार थे
पिकअप वैन के नंबर से ड्राइवर को साउथ पोर्ट इलाके से पकड़ा गया। गिरफ्तार हुए सीआईएसएफ कर्मियों में फरक्का बैराज में तैनात इंस्पेक्टर अमित कुमार सिंह, आरजी कर अस्पताल में पोस्टेड महिला कॉन्स्टेबल लक्ष्मी कुमारी, कॉन्स्टेबल बिमल थापा, हेड कॉन्स्टेबल रामू सरोज और कॉन्स्टेबल जनार्दन शाह शामिल इस वारदात में शामिल थे, जिन्हे गिरफ्तार कर लिया गया है। सीआईएसएफ कर्मचारियों से पूछताछ के बाद पुलिस ने तीन और लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें बिजनेसमैन की दूसरी पत्नी आरती सिंह, ड्राइवर दीपक राना और एक बिचौलिया शामिल थे।
संपत्ति विवाद में बनायी लूट की ये पूरी प्लानिंग
पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि यह सारा विवाद संपत्ति के झगड़े से जुड़ा है। विनीता सिंह और आरती सिंह के बीच संपत्ति को लेकर विवाद था। आरती सिंह और उनके एक रिश्तेदार ने सीआईएसएफ इंस्पेक्टर अमित कुमार सिंह से संपर्क किया। डील हुई कि विनीता सिंह के घर से जो भी नकदी मिलेगी, उसे 50-50 में बांट लिया जाएगा। आरती सिंह और बिचौलिए को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। अन्य लोगों को कोर्ट में पेश किया गया है, जहां वे न्यायिक हिरासत में हैं।
जानकारी के मुताबिक ये पूरा घटनाक्रम बागुईहाटी पुलिस स्टेशन के तहत आने वाले चिनार पार्क इलाके की है। जहां 18 मार्च की रात दो बजे कुछ लोग फर्जी इनकम टैक्स अधिकारी बनकर एक बिजनेसमैन के घर पहुंचे। बताया जा रहा है कि बिजनेसमैन का निधन हो चुका है, घर में उनकी मां और बेटी विनीता सिंह मौजूद थीं। इन कथित आईटी डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने दरवाजे पर लगे डोर बेल को बजाया। दरवाजा खुलते ही ये घर के अंदर घुस गए और वहां मौजूद सभी लोगों के मोबाइल फोन छीन लिए।
उसके बाद वे बिजनेसमैन के कमरे में गए जहां उन्होंने नकदी और गहने लूट लिए। पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने घर से 3 लाख रुपये नकद और ढेर सारे सोने के गहने लूट लिये। इसके बाद ये नकली आईटी अफसर बिजनेसमैन की दूसरी पत्नी आरती सिंह के कमरे में गए, लेकिन वहां से बिना कुछ लिए ही चले गए। यह बात बेटी विनीता सिंह को अजीब लगी। जिसकी शिकायत उसनेबागुईहाटी पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की, जांच के दौरान घर और आसपास के इलाकों से कई सीसीटीवी फुटेज जुटाए।
पुलिस के मुताबिक फुटेज में उस गाड़ी की भी पहचान कीगई, जिसमें बैठकर ये नकली अधिकारी बिजनेसमैन के घर पहुंचे थे। गाड़ी के रजिस्ट्रेशन नंबर से पुलिस ने उनका पता लगाया और ड्राइवर दीपक रैना को सबसे पहले हिरासत में ले लिया। उससे पूछताछ के बाद पुलिस ने इस पूरी वारदात की कड़ियों को जोड़ते हुए एक-एक करके 5 सीआईएसएफ के कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि….फुटेज देखने पर मालूम पड़ा कि नकली अधिकारी बनकर ये लोग दो गाड़ियों में आए थे। एक पिकअप वैन और एक बाइक में सभी आरोपी सवार थे
पिकअप वैन के नंबर से ड्राइवर को साउथ पोर्ट इलाके से पकड़ा गया। गिरफ्तार हुए सीआईएसएफ कर्मियों में फरक्का बैराज में तैनात इंस्पेक्टर अमित कुमार सिंह, आरजी कर अस्पताल में पोस्टेड महिला कॉन्स्टेबल लक्ष्मी कुमारी, कॉन्स्टेबल बिमल थापा, हेड कॉन्स्टेबल रामू सरोज और कॉन्स्टेबल जनार्दन शाह शामिल इस वारदात में शामिल थे, जिन्हे गिरफ्तार कर लिया गया है। सीआईएसएफ कर्मचारियों से पूछताछ के बाद पुलिस ने तीन और लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें बिजनेसमैन की दूसरी पत्नी आरती सिंह, ड्राइवर दीपक राना और एक बिचौलिया शामिल थे।
संपत्ति विवाद में बनायी लूट की ये पूरी प्लानिंग
पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि यह सारा विवाद संपत्ति के झगड़े से जुड़ा है। विनीता सिंह और आरती सिंह के बीच संपत्ति को लेकर विवाद था। आरती सिंह और उनके एक रिश्तेदार ने सीआईएसएफ इंस्पेक्टर अमित कुमार सिंह से संपर्क किया। डील हुई कि विनीता सिंह के घर से जो भी नकदी मिलेगी, उसे 50-50 में बांट लिया जाएगा। आरती सिंह और बिचौलिए को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। अन्य लोगों को कोर्ट में पेश किया गया है, जहां वे न्यायिक हिरासत में हैं।