
हाइवा चोरी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश, मुंगेली पुलिस की बड़ी सफलता
March 6, 2025
छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस। मुंगेली पुलिस ने हाइवा चोरी करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए गुजरात से चोरी का वाहन बरामद किया और दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। यह सफलता पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज डॉ. संजीव शुक्ला (भा.पु.से.) के निर्देशन और पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल (भा.पु.से.) के मार्गदर्शन में मिली।
कैसे हुई चोरी?
प्रकरण में प्रार्थी धर्मेंद्र सिंह ठाकुर, निवासी पंडरिया, जिला कबीरधाम, जो अंशु कंस्ट्रक्शन का संचालन करता है, ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसका हाइवा ट्रक (सीजी 10 बीएन 5500) 26 फरवरी 2025 की रात जरहागांव थाना क्षेत्र के ग्राम बरेला में गजेन्द्र टायर दुकान के सामने खड़ा था। ड्राइवर दीपक निषाद ने ट्रक की चाबी दुकान में रख दी और चला गया। रात में अज्ञात चोरों ने हाइवा चोरी कर लिया। मामले की रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 17/25 धारा 303(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।
सीसीटीवी फुटेज से मिले सुराग
मुंगेली पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस महानिरीक्षक और पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में एक विशेष टीम गठित की। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुश्री नवनीत कौर छाबड़ा और उप पुलिस अधीक्षक एस.आर. घृतलहरे के नेतृत्व में जांच शुरू की गई। सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर पता चला कि चोरी के दौरान हाइवा का नंबर प्लेट बदला गया था और एक सफेद स्कॉर्पियो गाड़ी इसे फॉलो कर रही थी। साइबर तकनीकी साक्ष्य जुटाने के बाद पुलिस को अहम सुराग मिले।
गुजरात से पकड़े गए आरोपी, लाखों की संपत्ति जब्त
जांच के दौरान गुजरात के दाहोद जिले में लोकल क्राइम ब्रांच की मदद से चोरी का हाइवा बरामद कर लिया गया। घटना में प्रयुक्त स्कॉर्पियो और 5 मोबाइल फोन भी जब्त किए गए। जब्त संपत्ति की कुल कीमत 52.75 लाख रुपये आंकी गई। पुलिस ने घेराबंदी कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया, जबकि तीन आरोपी फरार हो गए। गिरफ्तार आरोपियों में अकरम खान (निवासी हरियाणा) और आजाद मियां (निवासी मथुरा, उत्तर प्रदेश) शामिल हैं। पूछताछ में आरोपियों ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर डीजल टंकी का लॉकर तोड़कर हाइवा चोरी करने और नंबर प्लेट बदलकर मध्यप्रदेश होते हुए गुजरात ले जाने की बात कबूल की।
इस पूरे ऑपरेशन में उपनिरीक्षक सुशील कुमार बंछोर (थाना प्रभारी जरहागांव), प्रधान आरक्षक लोकेश राजपूत, महेश राज, रवि जांगड़े, आरक्षक प्रवीण मिश्रा और चारूचंद नेताम की अहम भूमिका रही। गिरफ्तार आरोपियों को न्यायालय में पेश कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है, जबकि फरार आरोपियों की तलाश जारी है। मुंगेली पुलिस की इस बड़ी सफलता से अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश हुआ और हाइवा चोरी के मामलों पर सख्त कार्रवाई का संदेश दिया गया है।
कैसे हुई चोरी?
प्रकरण में प्रार्थी धर्मेंद्र सिंह ठाकुर, निवासी पंडरिया, जिला कबीरधाम, जो अंशु कंस्ट्रक्शन का संचालन करता है, ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसका हाइवा ट्रक (सीजी 10 बीएन 5500) 26 फरवरी 2025 की रात जरहागांव थाना क्षेत्र के ग्राम बरेला में गजेन्द्र टायर दुकान के सामने खड़ा था। ड्राइवर दीपक निषाद ने ट्रक की चाबी दुकान में रख दी और चला गया। रात में अज्ञात चोरों ने हाइवा चोरी कर लिया। मामले की रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 17/25 धारा 303(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।
सीसीटीवी फुटेज से मिले सुराग
मुंगेली पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस महानिरीक्षक और पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में एक विशेष टीम गठित की। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुश्री नवनीत कौर छाबड़ा और उप पुलिस अधीक्षक एस.आर. घृतलहरे के नेतृत्व में जांच शुरू की गई। सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर पता चला कि चोरी के दौरान हाइवा का नंबर प्लेट बदला गया था और एक सफेद स्कॉर्पियो गाड़ी इसे फॉलो कर रही थी। साइबर तकनीकी साक्ष्य जुटाने के बाद पुलिस को अहम सुराग मिले।
गुजरात से पकड़े गए आरोपी, लाखों की संपत्ति जब्त
जांच के दौरान गुजरात के दाहोद जिले में लोकल क्राइम ब्रांच की मदद से चोरी का हाइवा बरामद कर लिया गया। घटना में प्रयुक्त स्कॉर्पियो और 5 मोबाइल फोन भी जब्त किए गए। जब्त संपत्ति की कुल कीमत 52.75 लाख रुपये आंकी गई। पुलिस ने घेराबंदी कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया, जबकि तीन आरोपी फरार हो गए। गिरफ्तार आरोपियों में अकरम खान (निवासी हरियाणा) और आजाद मियां (निवासी मथुरा, उत्तर प्रदेश) शामिल हैं। पूछताछ में आरोपियों ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर डीजल टंकी का लॉकर तोड़कर हाइवा चोरी करने और नंबर प्लेट बदलकर मध्यप्रदेश होते हुए गुजरात ले जाने की बात कबूल की।
इस पूरे ऑपरेशन में उपनिरीक्षक सुशील कुमार बंछोर (थाना प्रभारी जरहागांव), प्रधान आरक्षक लोकेश राजपूत, महेश राज, रवि जांगड़े, आरक्षक प्रवीण मिश्रा और चारूचंद नेताम की अहम भूमिका रही। गिरफ्तार आरोपियों को न्यायालय में पेश कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है, जबकि फरार आरोपियों की तलाश जारी है। मुंगेली पुलिस की इस बड़ी सफलता से अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश हुआ और हाइवा चोरी के मामलों पर सख्त कार्रवाई का संदेश दिया गया है।