
ग्राम पंचायत चटनीया के ग्रामीणो नें अनुविभागीय अधिकारी को सरपंच के खिलाफ लिखित आवेदन दिए। चटनीय के ग्रामीणों नें सरपंच व सरपंच पति के उप्पर शसकीय राशि का दुरूपयोग करने का आरोप लगाया।
February 24, 2025
(दयाशंकर यादव)
बलरामपुर। जिले के कुसमी जनपद पंचयात अन्तर्गत ग्राम पंचायत चटनीया के ग्रामीणों नें कुसमी अनुविभागीय अधिकारी से लिखित में शिकायत
सरपंच व सरपंच पति के खिलाफ कि है, ग्राम पंचायत चटनीया के ग्रामीणों नें बताया कि पिछले पांच साल सरपंच रुस्तमा एक्का व सरपंच पति पिलान्तुस एक्का नें अपने नाम का बिल लगा कर शासकीय राशि का दुरूपयोग किया है,जब हमको इसकी सूचना मिला तब तक यह पुनः 17 फ़रवरी 2025 को चुनाव मे दूसरी बार सरपंच बन गई, पूर्व में हमारे ग्राम पंचयात में विकास के नाम पर यह अपना जेब भरे है, पंचयात में निर्माण के नाम से लाखो रूपए स्वयं के खाते में डाल कर हजम कर लिए है, निर्माण तो कुछ हुवा ही नही पर सरपंच माला माल हो गए, यहा तक ही नही सरपंच ग्राम पंचयात चटनीया को छोड़ ग्राम से करीब दस किलोमीटर दूर चान्दो में मकान बना कर रह रहे है, जबकि सरपंच को उसी के गांव में रहना होता है जहां से वह निर्वाचित हुई है, आलम तो यह है कि जो भी निर्माण काम पिछले पांच सालो में हुवा है वह भी भस्टाचार कि भेट चढ़ गया है,पंचयात भवन के पास जो नाली बना है वह भी बिना छड़ के बना है, और जहां लेबर से होने वाला काम है जैसे डबरी, कुंवा, या सड़क मे मुर्मिकारण का काम सरपंच की ट्रेक्टर एवं जे.सी.बी. से करवाता हैं साथ ही अनेको निर्माण कार्य का अग्रिम राशि वर्षो से निकाल कर सरपंच पति अपने पास रखा है,जबकि किसी भी निर्माण काम का अग्रिम रूपए अंततः 6 महीने ही निकाल कर रख सकता है, जिसकी शिकायत हम चटनीया के ग्राम वासी लिखित में अनुविभागीय अधिकारी को किये है, और हम अधिकारी से निवेदन किये है कि जांच कर नियमानुसार कार्रवाही करें, जिससे हमारा ग्राम में भी विकास हो सके।
बलरामपुर। जिले के कुसमी जनपद पंचयात अन्तर्गत ग्राम पंचायत चटनीया के ग्रामीणों नें कुसमी अनुविभागीय अधिकारी से लिखित में शिकायत
सरपंच व सरपंच पति के खिलाफ कि है, ग्राम पंचायत चटनीया के ग्रामीणों नें बताया कि पिछले पांच साल सरपंच रुस्तमा एक्का व सरपंच पति पिलान्तुस एक्का नें अपने नाम का बिल लगा कर शासकीय राशि का दुरूपयोग किया है,जब हमको इसकी सूचना मिला तब तक यह पुनः 17 फ़रवरी 2025 को चुनाव मे दूसरी बार सरपंच बन गई, पूर्व में हमारे ग्राम पंचयात में विकास के नाम पर यह अपना जेब भरे है, पंचयात में निर्माण के नाम से लाखो रूपए स्वयं के खाते में डाल कर हजम कर लिए है, निर्माण तो कुछ हुवा ही नही पर सरपंच माला माल हो गए, यहा तक ही नही सरपंच ग्राम पंचयात चटनीया को छोड़ ग्राम से करीब दस किलोमीटर दूर चान्दो में मकान बना कर रह रहे है, जबकि सरपंच को उसी के गांव में रहना होता है जहां से वह निर्वाचित हुई है, आलम तो यह है कि जो भी निर्माण काम पिछले पांच सालो में हुवा है वह भी भस्टाचार कि भेट चढ़ गया है,पंचयात भवन के पास जो नाली बना है वह भी बिना छड़ के बना है, और जहां लेबर से होने वाला काम है जैसे डबरी, कुंवा, या सड़क मे मुर्मिकारण का काम सरपंच की ट्रेक्टर एवं जे.सी.बी. से करवाता हैं साथ ही अनेको निर्माण कार्य का अग्रिम राशि वर्षो से निकाल कर सरपंच पति अपने पास रखा है,जबकि किसी भी निर्माण काम का अग्रिम रूपए अंततः 6 महीने ही निकाल कर रख सकता है, जिसकी शिकायत हम चटनीया के ग्राम वासी लिखित में अनुविभागीय अधिकारी को किये है, और हम अधिकारी से निवेदन किये है कि जांच कर नियमानुसार कार्रवाही करें, जिससे हमारा ग्राम में भी विकास हो सके।